“प्रकृति त्रिगुणात्मक है”
आप कोई ऐसी लड़की नहीं ला सकते, जिसमें लड़का बिल्कुल न हो। कोई ऐसा लड़का भी हमने दुनिया में नहीं देखा, जिसमें लड़की बिल्कुल न हो। लड़के और लड़की की उत्पत्ति दो प्रकार के तत्वों से हुई है । उसमें माता भी है और पिता भी है। जिसमें पिता काबू पा लेता है , स्त्री दब जाती है, पुरुष प्रकट होता है और उसे आप आदमी कह चलते हैं। जिसमें स्त्री के अवयव व्यक्त होते हैं, पुरुष के अव्यक्त हो जाते हैं , उसको आप लड़की कह चलते हैं। जिसमें प्रकृति अव्यक्त हो जाती है, उसको दृष्टा कह देते हैं । जिसमें प्रकृति व्यक्त होती है और आत्मा अव्यक्त होती है, उसको आप जड़ या दृश्य कह देते हैं। वस्तुतः, दोनों चीजें दोनों में हैं।
प्रकृति दृश्य में भी है और दृष्टा में भी है। आत्मा दृश्य में भी है और दृष्टा में भी है। लेकिन , त्रिगुण ( तीन गुण ) प्रकृति में हैं ।एक में जड़ता है, जो तमोगुण प्रधान है; दूसरे में क्रिया है, जो रजोगुण प्रधान है और तीसरे में ज्ञान है, जो सत्वगुण प्रधान है। यह विभाग प्रकृति का है , आत्मा का नहीं । बहुत सूक्ष्म बातें हैं। इन पर धीरे-धीरे विचार करो।
Hello ! I am the one who writes posts on these topics baccarat online I would like to write an article based on your article. When can I ask for a review?
js加固 hello my website is js加固
2022 mlbb hello my website is 2022 mlbb
0 13apk hello my website is 0 13apk
wynn slot hello my website is wynn slot
6a11 engine hello my website is 6a11 engine
koko 188 hello my website is koko 188
dan berbasis hello my website is dan berbasis
Clair de hello my website is Clair de
12 dewa hello my website is 12 dewa
Dear immortals, I need some wow gold inspiration to create.